रायपुर के ठेकेदार ने स्कूल निर्माण का काम दिलाने का झांसा देकर अपने ही सुपरवाइजर से 12 लाख की धोखाधड़ी कर ली। काम नहीं मिलने पर पीड़ित ने तारबाहर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत की है।
इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।तारबाहर क्षेत्र के क्रांतिनगर में रहने वाले जयंत सराफ ठेकेदार हैं। डेढ़ साल पहले उनकी पहचान रायपुर के कुशालपुर चौक में रहने वाले सूरज कुमार उपाध्याय से हुई थी। उसने जयंत को अपने काम की देखरेख के लिए सुपरवाइजर रखा था।
जयंत ने फरवरी 2022 से दिसंबर तक ठेकेदार के साथ काम किया। इसी बीच ठेकेदार ने जयंत को बताया कि उसकी सीएम और पीडब्लूडी मंत्री से जान-पहचान है। मंत्री से 50 स्कूलों के ठेके को लेकर बात हो चुकी है। उसने जयंता को भी रोड और स्कूल निर्माण का ठेका दिला देने की बात कही।
इसके लिए उसने अधिकारियों को देने के लिए रुपये मांगे। ठेकेदार की बातों में आकर जयंत ने 12 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद भी काम नहीं मिलने पर उसने अपने रुपये वापस मांगे। इस पर ठेकेदार टालमटोल करता रहा। साथ ही उसने सुपरवाइजर को वेतन भी नहीं दिया। धोखाधड़ी की जानकारी होने पर जयंत ने तारबाहर थाने में शिकायत की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।