मुंबई । मच्छरों ने मुंबईकरों की नींद उड़ा दी है। बारिश के दौरान मच्छर जनित बीमारियां मलेरिया और डेंगू लोगों को खूब सता रही हैं। राज्य में इस वर्ष मिले डेंगी और मलेरिया के कुल मामलों में से 32 फीसदी डेंगी और 40 फीसदी मलेरिया के मामले मुंबई से रिपोर्ट हुए हैं। स्वास्थ्य जानकारों के अनुसार जिस प्रकार से बारिश हो रही है, उससे आने वाले दिनों में मामले और बढ़ सकते हैं। बीएमसी की ओर से की जा रही मच्छरों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा अब लोगों का जागरूक होना भी बहुत जरूरी है।
मुंबई में मॉनसून शुरू होने के बाद मच्छर जनित बीमारियों से ग्रसित होने वाले आंकड़ों में जितना इजाफा देखने को मिला है, उतना इससे पहले कभी नहीं देखा गया है। लेकिन यह भी अच्छी बात है कि इस वर्ष बीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्टिंग यूनिट्स बढ़ा दी है, जिससे अधिक मामलों का पता चल रहा है। लेकिन जिस गति से प्रभावितों की संख्या बढ़ रही है, वह चिंताजनक भी है।
डेंगी में व्यक्ति को बुखार, शरीर में अधिक दर्द और आंखों के पीछे हिस्से में दर्द की शिकायत होती है। यदि दवा लेने के दो दिन बाद भी समस्या बनी रहे है, तब फिर डॉक्टर से मिलकर टेस्ट करवाना चाहिए, क्योंकि टेस्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कौन सा इंफेक्शन है।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी से 15 सितंबर तक राज्य में मलेरिया से कुल 10435 लोग ग्रसित हुए हैं, जिनमें से 4276 मामले मुंबई से रिपोर्ट हुए हैं। वहीं, राज्य में डेंगी से 9676 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 3241 मामले मुंबई से रिपोर्ट हुए हैं। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष डेंगी, मेलरिया के मामले बहुत ज्यादा मिल रहे हैं। मुंबई में हो रही रुक-रुककर बारिश के कारण पानी जमा हो रहा है। मच्छरों को ब्रीडिंग के लिए थोड़ा भी जमा पानी मिल जाए, तब वह बहुत है। दोनों ही बीमारी के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं।