नई दिल्ली । एयर इंडिया ने गिफ्ट सिटी के जरिए एचएसबीसी के साथ वित्त पट्टा लेनदेन के माध्यम से अपने पहले ए350-900 विमान का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। यह देश के पहले अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) गिफ्ट सिटी के जरिए पट्टे पर लिया जाने वाला पहला वाइड बॉडी विमान है। एयरलाइन के अनुसार लेन-देन को इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी एआई फ्लीट सर्विसेज लिमिटेड (एआईएफएस) द्वारा पूरा किया गया। यह इस साल की शुरुआत में दिए गए 470 विमान के ऑर्डर में से पहला वित्तपोषण लेनदेन है। एयर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक एवं परिवर्तन अधिकारी निपुण अग्रवाल ने कहा कि यह महत्वपूर्ण लेन-देन गिफ्ट आईएफएससी से हमारे विमान पट्टे के व्यवसाय की शुरुआत का प्रतीक है। एआईएफएस विस्तृत निकाय विमान वित्तपोषण के लिए एअर इंडिया समूह की पहली इकाई होगी, जो हमारे और हमारी अनुषंगी कंपनियों के लिए भविष्य की विमान वित्तपोषण रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के कार्यकारी निदेशक दीपेश शाह ने कहा कि वह विमान पट्टे और वित्तपोषण के लिए विनियामक क्षमता विकसित करने के लिए हितधारकों के साथ काम कर रहा है। एयर इंडिया ने इस साल जून में एयरबस और बोइंग के साथ इन विमानों के अधिग्रहण के लिए खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। अभी एयर इंडिया के पास 116 विमानों का बेड़ा है, जिसमें 49 वाइड बॉडी (चौड़े) विमान शामिल हैं। वहीं टाटा समूह अपने एयरलाइन व्यवसाय को मजबूत करने की प्रक्रिया में है, जिसके तहत एआईएक्स कनेक्ट का एअर इंडिया एक्सप्रेस के साथ विलय हो रहा है और विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय किया जाएगा। विस्तारा टाटा और सिंगापुर एयरलाइन का एक संयुक्त उद्यम है। सिंगापुर एयरलाइन की वाहक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।