बालोद। शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालोद में विधि विभाग द्वारा एक सप्ताह का फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आभाषी मोड में दिनांक 19 फरवरी 2024 से प्रारंभ हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हेमचंद यादव विश्व विद्यालय दुर्ग के कुलपति डॉ. अरुणा पलटा, विशिष्ट अतिथि कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप एवं आज के तकनीकी सेशन के मुख्य वक्ता दिल्ली विश्व विद्यालय के प्रध्यापक डॉ. नरेश महिपाल थे। साथ ही कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. जेके खलखो प्राचार्य शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पहले दिन के इस आयोजन में मुख्य अतिथि डॉ. अरुणा पलटा ने इस कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए अपने शुभकामना संदेश में कहा कि, वर्तमान समय में शिक्षा के उत्तरोत्तर प्रगति के लिए फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम से शिक्षकों में एक नई ऊर्जा का संचार होता है और जब बहू विषयी विषयों पर इस प्रकार के कार्यक्रम होते हैं तब विभिन्न विषयों का ज्ञान भी होता है। आगे उन्होंने कहा कि, यह कार्यक्रम सफलता के नये आयाम गढ़ेगी। विशिष्ट अतिथि भूपेंद्र कुलदीप ने कहा कि, यह बड़े ही गौरव का क्षण है कि, हमारे सबसे बड़े महाविद्यालय में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, इस कार्यक्रम के द्वारा शिक्षकों को एक नया आयाम मिलेगा और शिक्षकों के व्यक्तिगत विकास में भी यह उतना ही सहायक होगा। आज के विषय विशेषज्ञ डॉ. नरेश महिपाल ने घरेलू हिंसा और न्यायिक सक्रियता पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने घरेलू हिंसा विधि और न्यायपालिका के द्वारा दिए गए निर्णय को सारगर्भित रूप से बताया और प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर दिया। इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राधवेश पांडे ने अपने स्वागत भाषण में अवगत कराया कि, यहां पहला अवसर है कि, विधि विभाग द्वारा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम महाविद्यालय में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के विधि विभाग की प्राध्यापिका सुश्री पूजा ठाकुर द्वारा बहुत ही आदर्श रूप में किया गया। अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. एचएल मानकर द्वारा तथा रिसोर्स पर्सन का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. दीपाली राव के द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. सीडी मानिकपुरी, प्रो. एलके गवेल, डॉ. जेके पटेल, पूनमचंद गुप्ता, सुब्रत मंडल आदि प्राध्यापक उपस्थित थे।