राजनांदगांव। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव मेहुल मारू ने कलेक्टर संजय अग्रवाल को ज्ञापन देकर कहा शिक्षा विभाग और शिक्षकों का कार्य छात्रों को शिक्षा देना एवं परीक्षाओं का संचालन करना है और ठीक परीक्षा के समय में शिक्षकों से अग्निवीर के लिए प्रतिभागी ढूँढने का तुगलकी फरमान जारी करना गलत है। गौरतलब है कि 1 मार्च से राज्य में बोर्ड परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है एवं आज 5 मार्च से जिले में स्थानीय परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के लिए परीक्षाओं का संचालन सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है, जिसमें उच्च अधिकारियों से लेकर भृत्य तक की अहम भूमिका होती है। लगभग पूरा विभाग इस कार्य में संलग्न रहता है और अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। ऐसे में जिला पंचायत के अधिकारियों के द्वारा शिक्षकों पर ब्लॉक वार 200-250 की संख्या में प्रतिदिन अग्निवीर भर्ती के लिए प्रतिभागी पंजीयन का दबाव विभाग के व्हाट्सएप ग्रुपों माध्याम से बनाया जा रहा है। नियम से प्रतिभागियों की उम्र 17 वर्ष 6 महीने से लेकर 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इस उम्र के छात्र स्कूल में तो नहीं पढ़ते हैं। फिर भी अग्निवीर के लिए इस उम्र वर्ग के छात्रों को ढूँढना और स्वयं के खर्च पर इनका पंजीयन कराना शिक्षकों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। नहीं करने पर वेतन रोकने की धमकी दी जा रही है, जो की पूरी तरह से तानाशाही रवैय्या है, इसमें तत्काल रोक लगाई जाए, कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है।