भारत में सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है। भारत में सोने की मांग में भी लगातार तेजी देखने को मिली है। सोने की मांग को लेकर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने रिपोर्ट पेश किया है।
रिपोर्ट के अनुसार मार्च तिमाही में गोल्ड की मांग में 8 फीसदी (136.6 टन) की वृद्धि दर्ज हुई है। बढ़ती मांग की वजह से सोने की कीमतों में उछाल आया है। बता दें कि गोल्ड की कीमत 74,000 के पार पहुंच गई है।
सोने में आई तेजी को देखते हुए आर्थिक सलाहकार ने अनुमान लगाया है कि इस साल के अंत में सोना 1 लाख रुपये तक पहुंच सकता है।
कितनी बढ़ी सोने की मांग
इस साल जनवरी-मार्च अवधि के दौरान गोल्ड की तिमाही औसत कीमतों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत में सोने की मांग सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 75,470 करोड़ रुपये हो गई।
आज वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने वैश्विक रिपोर्ट जारी किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में गोल्ड की मांग में तेजी आई। भारत में सोने की ज्वेलरी और गोल्ड इन्वेस्टमेंट दोनों मामलों में तेजी आई है।
भारत की कुल सोने की मांग इस साल जनवरी-मार्च में बढ़कर 136.6 टन हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 126.3 टन थी। भारत में ज्वेलरी की मांग में 4 फीसदी बढ़कर 95.5 टन हो गया है। इसका मतलब है कि कुल डिमांड 19 फीसदी से बढ़कर 41.1 टन हो गया है।
डब्ल्यूजीसी के भारत रिजनल सीईओ सचिन जैन ने कहा
सोने की मांग में वृद्धि भारतीयों के सोने के साथ स्थायी रिश्ते की पुष्टि करती है। भारत का निरंतर मजबूत व्यापक आर्थिक माहौल सोने के आभूषणों की खपत के लिए सहायक था, हालांकि मार्च में कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं, जिससे तिमाही समाप्त होने के साथ ही बिक्री में मंदी आ गई।
वह आगे कहते हैं कि मेरा अनुमान है कि इस साल के अंत में सोने की मांग 747.5 टन हो सकती है। किस फैक्टर की वजह से सोने की मांग में तेजी आई? इस सवाल का जवाब देते हुए जैन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि
दुनिया के पूर्वी बाजार जिसमें भारत और चीन आते हैं वह सोने की कीमतों में गिरावट या उतार-चढ़ाव आती है तब प्रतिक्रिया देती है। वहीं, पश्चिमी बाजार सोने की कीमतों के बढ़ जाने पर प्रतिक्रिया देता है।