केन्या की राजधानी नैरोबी में सोमवार को पहले अफ्रीका जलवायु शिखर सम्मेलन का आगाज हुआ। इस दौरान, जलवायु परिवर्तन में सबसे कम हिस्सेदारी वाले, लेकिन सर्वाधिक प्रभावित महाद्वीप के नेताओं ने इस वैश्विक समस्या से निपटने के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने एवं वित्तीय मदद उपलब्ध कराए जाने की मांग की। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो की सरकार और अफ्रीकी संघ ने मंत्रिस्तरीय सत्र की शुरुआत की, जिसमें दर्जन भर से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों का आगमन हो रहा है, जो जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर ज्यादा सहयोग एवं वित्तपोषण की मांग उठाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। रूटो ने जलवायु संकट, अरबों डॉलर की आर्थिक संभावनाओं, नये वित्तीय ढांचे, अफ्रीका के विशाल खनिज भंडार और साझा समृद्धि के सिद्धांत का जिक्र करते हुए कहा, “हमने लंबे समय से इसे एक समस्या के रूप में देखा है। लेकिन, इसमें अपार संभावनाएं भी हैं।
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