मुंबई । सऊदी अरब के एक फैसले के बाद वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल के महंगे होने के आसार बढ़ गए हैं। सोमवार को भी क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। दरअसल सऊदी अरब ने ज्यादातर क्षेत्रों के लिए जून में कच्चे तेल की कीमत बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके बाद सोमवार को तेल वायदा में तेजी आई और गाजा युद्धविराम समझौते की संभावना भी कम दिखाई दे रही है। इससे यह आशंका फिर से बढ़ गई कि प्रमुख तेल उत्पादक क्षेत्र में इजरायल-हमास संघर्ष अभी भी बढ़ सकता है। सऊदी अरब के इस तिमाही में ऑयल सप्लाई में कमी के बीच अधिकांश क्षेत्रों के लिए जून ओएसपी बढ़ाने के बाद तेल के दाम ऊपर जाने तय लग रहे हैं। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव सोमवार को उछाल के साथ कारोबार कर रहे हैं। डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.31 फीसदी चढ़कर 78.85 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है जबकि ब्रेंट क्रूड 0.24 फीसदी चढ़कर 83.16 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। सऊदी अरब ने जून में एशिया, उत्तर-पश्चिमी यूरोप और भूमध्य सागर में बेचे जाने वाले अपने कच्चे तेल की आधिकारिक बिक्री कीमतें बढ़ा दीं, जो इस गर्मी में मजबूत मांग की उम्मीद का संकेत है। इसी का असर है कि जियो-पॉलिटिकल टेंशन कम होने पिछले हफ्ते 7.3 फीसदी से थोड़ी ज्यादा गिरावट के बाद, आईसीई ब्रेंट ने मजबूत स्तर पर नए कारोबारी सप्ताह की शुरुआत की है।पिछले हफ्ते दोनों कच्चे तेल के दोनों कॉन्ट्रेक्ट्स में तीन महीने में अपना सबसे बड़ा साप्ताहिक घाटा दर्ज किया था। इसमें ब्रेंट 7 फीसदी से ज्यादा गिर गया और डब्ल्यूटीआई 6.8 फीसदी लुढ़का था।