प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कीव के मरिंस्की पैलेस में एक प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की और दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापनों के आदान-प्रदान का गवाह बने। ज़ेलेंस्की से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने साफ किया कि भारत ने युद्ध में कभी भी तटस्थ रुख नहीं अपनाया है, बल्कि वह हमेशा शांति का पक्षधर रहा है। पीएम मोदी ने संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति की वकालत करने के भारत के लगातार प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत इस युद्ध में कभी भी तटस्थ नहीं था, हम शांति के पक्ष में हैं।उन्होंने भारत की स्थिति दोहराई कि युद्ध और हिंसा समाधान नहीं हैं और क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए रचनात्मक चर्चा में शामिल होने के महत्व को रेखांकित किया। पीएम मोदी ने कहा कि रूस और यूक्रेन को बिना क्षण गंवाए एक दूसरे से बात करनी चाहिए। पीएम मोदी ने आज सुबह कीव में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की, दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया, इससे पहले पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति को गले लगाया।