पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी के लिए, सभी देशवासियों के लिए, दुनिया के लोकतंत्र पसंद नागरिकों के लिए ये बहुत गर्व का पल है। लोकतंत्र के पर्व को बड़े गौरव के साथ मनाने का अवसर है। संविधान के 75 वर्ष की यात्रा एक अविस्मरणीय यात्रा है और दुनिया के सबसे महान और विशाल लोकतंत्र की इस यात्रा के मूल में हमारे संविधान निर्माताओं की दूरदर्शिता का योगदान है, जिसे लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। 75 वर्ष पूरे होने पर ये उत्सव का क्षण है। आजादी से पहले संविधान निर्माताओं के बीच एकता थी। लेकिन आजादी के बाद गुलामी की मानसिकता में पड़े लोग देश की विविधिता में विरोधाभास ढूंढते रहे। ये लोग विविधिता को सेलिब्रेट करने के बजाय उसे तोड़ने की कोशिश करते रहे। जब देश संविधान 25 वर्ष पूरे कर रहा था तब हमारे देश में संविधान को नोंच दिया गया। देश में आपातकालीन लाया गया। प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया। कांग्रेस के माथे का ये पाप कभी नहीं धुलेगा। आर्टिकल 370 देश की एकता में दीवार बना था। हमारी प्राथमिकता देश की एकता थी, इसलिए धारा 370 को हटाया। इतने बड़े विशाल देश में अगर आर्थिक रूप से आगे बढ़ना है। विश्व को निवेश के लिए आना है। इकोनॉमिक यूनिटी के लिए जीएसटी ने बड़ी भूमिका अदा की है। वन नेशन वन टैक्स बड़ी भूमिका को आगे बढ़ा रहा है।