सरकार ने लोकसभा में वन नेशन वन इलेक्शन बिल पेश किया। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दो विधेयक पेश किए। इनमें संविधान (एक सौ उनतीसवां संशोधन) विधेयक, 2024 और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक शामिल हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने लोकसभा में सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया था। वहीं, राज्यसभा में संविधान पर चर्चा जारी रही। राज्यसभा में संविधान पर चर्चा का गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया। अमित शाह ने कहा कि पास पड़ोस में दुनियाभर में कई लोग आजाद हुए। वहां नई शुरुआत की। लेकिन वहां आकस्मात हुए लोकतंत्र सफल नहीं हुआ। हमारा लोकतंत्र आज पाताल तक गहरा पहुंचा है। अनेक परिवर्तन रक्त की एक बूंद बहाए बगैर हमने किए हैं। विचारधारा के आधार पर भी परिवर्तन किए हैं। अनेक तानाशाहों के घुमान, अभिमान और अहंकार को चूड़ चूड़ करने का काम इस देश की जनता ने किया है। संसद के दोनों सदनों में जो चर्चा हुई, वह देश के युवाओं के लिए शिक्षणात्मक रहेगी…इससे देश के लोगों को यह समझने में भी मदद मिलेगी कि किस पार्टी ने संविधान का सम्मान किया… मैं सरदार पटेल को धन्यवाद देता हूं उनके अथक परिश्रम के कारण देश एक होकर दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा है।