जबलपुर.
नर्मदा तटों पर माघ मास की मौनी अमावस्या को पुण्य की डुबकी लगाने अपार श्रद्धालु उमड़ेंगे। माघ माह की अमावस्या को माघ अमावस्या और मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन मौन व्रत करने का विशेष महत्व है। साथ ही भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना करने का विधान है।
गंगा स्नान और दान-पुण्य से मिलता है शुभ फल
मान्यता है कि इन कामों को करने से पितृ दोष दूर होता है। इस बार मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी शुभ योग बन रहा है। पंचांग के अनुसार, माघ माह में मौनी अमावस्या 29 जनवरी को है।