उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विधानसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता ने समाजवादी से सनातन धर्म अपनाने की ओर कदम बढ़ाया है। उन्होंने इस वैचारिक बदलाव को देखकर संतोष व्यक्त किया और शासन में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के महत्व पर प्रकाश डाला। चर्चा के दौरान 146 सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें सत्ता पक्ष के 98 और विपक्ष के 48 सदस्य शामिल थे।सीएम योगी ने कहा कि किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वह मिला है। महाकुम्भ में गिद्धों को केवल लाश मिली है, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावान को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ सुथरी व्यवस्था मिली, पर्यटकों को व्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले। इससे साफ है कि सब ने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है। एक ही घाट पर सभी जाति वर्ग के तीर्थ यात्री बिना भेदभाव के नहाते रहे। सनातन की सुंदरता आखिर समाजवादी और वामपंथियों को कैसे नजर आएगी।