आमिर खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ को अपनी निर्धारित रिलीज़ से कुछ दिन पहले ही अप्रत्याशित बाधा का सामना करना पड़ रहा था। यह फिल्म, जो एक दृढ़ निश्चयी कोच द्वारा निर्देशित विशेष रूप से विकलांग बच्चों की उत्थान की कहानी को दर्शाती है, को अभी तक सीबीएफसी से मंजूरी नहीं मिली थी, क्योंकि सुझाए गए कट्स पर विवाद थे, जिसके बाद यह अनुमान लगाया जाने लगा था कि फिल्म की रिलीज में देरी हो सकती है। लेकिन अब सारी चीजें ठीक हो गयी है। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान एक बार फिर बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं। उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ को आखिरकार केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) से हरी झंडी मिल गई है। खास बात यह है कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को बिना किसी कट के सिनेमाघरों में रिलीज़ करने की अनुमति दे दी है, जिससे आमिर के प्रशंसकों में उत्साह दोगुना हो गया है।
रिलीज़ से पहले आमिर खान की इस फिल्म को कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ा था। CBFC ने फिल्म में दो बदलाव करने का सुझाव दिया था, जिसके बाद फिल्म की रिलीज़ को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई थी। लेकिन आमिर खान और उनकी टीम ने अपना पक्ष मजबूती से रखा और साफ किया कि फिल्म की स्क्रिप्ट और प्रेजेंटेशन पर काफी सोच-विचार के बाद काम किया गया है। आखिरकार बोर्ड ने बिना किसी कट के फिल्म को पास कर दिया।
2007 में रिलीज़ हुई आमिर खान की फ़िल्म ‘तारे ज़मीन पर’ ने शिक्षा प्रणाली और कमज़ोर बच्चों के माता-पिता की मानसिकता पर प्रभावशाली चर्चा की थी। उस फ़िल्म ने दुनिया भर में 98 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था और इसे 11 फ़िल्मफ़ेयर नामांकन और 3 राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले थे।