ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने युद्धविराम के बाद अपने पहले संबोधन में कहा है कि उनके देश ने ‘अमेरिका के मुंह पर तमाचा मारा है’। खामेनेई ने साथ ही कहा कि यदि अमेरिका भविष्य में कोई हमला करता है तो ईरान मध्य पूर्व में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला करके जवाब देगा। 86 वर्षीय खामेनेई ने कहा कि ईरान पर किया गया कोई भी हमला “बहुत भारी कीमत” लेकर आएगा। उन्होंने यह भी बताया कि ईरान ने क्षेत्र में अमेरिका के सबसे बड़े सैन्य अड्डे (क़तर में स्थित) पर हमला किया था, जब वॉशिंगटन ने इज़राइली हमलों में भाग लिया था। ईरान और इज़राइल के बीच युद्धविराम के बाद टेलीविज़न पर देश को पहली बार संबोधित करते हुए खामेनेई ने कहा कि “इस्लामी गणराज्य ने अमेरिका को तमाचा मारा। हमने क्षेत्र में अमेरिका के एक महत्वपूर्ण ठिकाने पर हमला किया।”
बताया जा रहा है कि खामेनेई का रिकॉर्डेड बयान सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित किया गया। पिछली बार की तरह वह इस बार भी एक अज्ञात स्थान से बोल रहे थे, जहां उनके पीछे एक भूरे रंग का पर्दा, एक ईरानी झंडा और उनके पूर्ववर्ती रूहोल्लाह खोमैनी की तस्वीर थी। उन्होंने आगे कहा, “यह कोई छोटी घटना नहीं है कि इस्लामी गणराज्य की क्षेत्र में अमेरिका के महत्वपूर्ण केंद्रों तक पहुंच है और वह जब चाहे उन पर कार्रवाई कर सकता है। यह एक बड़ी घटना है और यदि भविष्य में हमला हुआ, तो यह घटना फिर से हो सकती है।” हम आपको यह भी बता दें कि खामेनेई का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि ईरान फिर से अपने परमाणु संवर्धन कार्यक्रम को शुरू करता है तो अमेरिका फिर से हमला करेगा।