बीसीसीआई (BCCI) ने पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर को टीम इंडिया का नया चीफ सेलेक्टर बनाया है। उन्होंने चेतन शर्मा की जगह ली है। बता दें कि स्टिंग ऑपरेशन में फंसने के बाद चेतन शर्मा ने इस पद से इस्तीफा दे दिया था और पिछले 5 महीनों से टीम इंडिया को नए सेलेक्टर की खोज थी। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, अजीत अगरकर सेलेक्टर बनने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने इस पद की जिम्मेदारी लेने के लिए बीसीसीआई के आगे दो बड़ी शर्ते रखी थी। आइए जानते हैं अजीत अगरकर की इन शर्तों के बारे में विस्तार से।
इन दो बड़ी वजहों के चलते सेलेक्टर बनने को तैयार नहीं थे अजीत अगरकर
दरअसल, अजीत अगरकर नियमित रूप से एक कमेंटेटर और आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के कोच रहे। बता दें कि सेलेक्टर बनने के लिए अजीत दो वजहों से मना कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि सेलेक्टर को जो सैलरी दी जाती वह काफी कम है। दूसरा उन्हें इस पद के अलावा कोई प्रोफेशनल काम करने पर प्रतिबंध लगाया जाता है। वह कमेंटेटर और कोच के तौर पर चीफ सेलेक्टर से ज्यादा पैसा कमा सकते है। बता दें कि टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर की मौजूदा सैलरी 1 करोड़ रुपये ही है, लेकिन इस सैलरी को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। अजीत अगरकर को चीफ सेलेक्टर के लिए अब 1 करोड़ रुपये नहीं, बल्कि 3 करोड़ रुपये मिलेंगे।
बाकी सेलेक्टर की सैलरी में भी हो सकती है बढ़ोत्तरी
इसके साथ ही बीसीसीआई बाकी 4 सेलेक्टर्स की सैलरी भी बढ़ाई जाने की उम्मीद है। इस वक्त उन्हें सालाना 90 लाख रुपये मिलते है। ऐसे में उनकी सैलरी में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। अजीत अगरकर के चीफ सेलेक्टर बनते ही अब बीसीसीआी जल्द ही वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का एलान कर सकती है। शिव सुंदर दास, सुब्रत बेनरजी, श्रीधरन शरथ और अंकोला कैरेबियाई और अमेरिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की टी-20 श्रृंखला के लिए टीम का सेलेक्शन कर सकते है।