राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के मीडिया प्रभारी रूपेश दुबे ने ईओडब्ल्यू में भूपेश बघेल के नाम की कार्यवाही को लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव लोकसभा सहित प्रदेश के पूरे 11 सीटों में भाजपा की असंतोष हताशा और सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग प्रमाणित करार दिया है।
प्रवक्ता दुबे ने बताया कि पूरे देश सहित प्रदेश में भाजपा किस प्रकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, यह जग जाहिर है। विपक्षी नेताओं पर आरोप व दबाव डालकर उनके विरुद्ध कार्यवाही करने या भाजपा प्रवेश करा कर उन्हें उपकृत कर उनके विरुद्ध जांच की कार्यवाही को समाप्त करने का प्रमाणित खेल लगातार भाजपा खेल रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी भूपेश बघेल जिस प्रकार से राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र के सभी ब्लॉकों में ग्रामों में पहुंच रहे है, जगह-जगह उनका स्वागत सत्कार और उनकी लोकप्रियता से व्यापक जन समर्थन की जो हवा बनी है, जिसके चलते भाजपा की हवा गोल हो गई और वह हताशा में दबाव की कार्यवाही पर उतारू हो गए। सर्वप्रथम आर्थिक अपराध शाखा में 4 मार्च को विभिन्न लोगों के नाम के साथ एफआरआई दर्ज की गई है, तो उसे आचार संहिता लगने के बाद सार्वजनिक किया जाना ही अपने आप में भाजपा की सोची समझी पूर्वाग्रही मानसिकता की राजनीति का परिचायक है और इससे यह भी प्रमाणित हो गया कि भाजपा सत्ता प्राप्त करने के लिए किस प्रकार से सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग करती है। ईडी के द्वारा पूर्व में सरगुजा से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज का भी नाम शिकायत पत्र में उल्लेख कर प्रस्तुत किया गया था, किंतु उनके कांग्रेस छोड़ने व भाजपा प्रवेश के बाद उनका नाम हटाया जाना सत्ता के दुरुपयोग को साफ प्रदर्शित करता है। भूपेश बघेल के लोकसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित थी इसी हताशा से सरकारी संस्था के दुरुपयोग से ओतप्रोत यह कार्यवाही है, लेकिन राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की जनता भूपेश बघेल को भारी मतों से जीताकर लोकसभा में जनता की मजबूत आवाज बुलंद करने वाले प्रतिनिधि के रूप में देश के सबसे बड़े पंचायत में भेजने का मन बना लिए हैं।