भिलाई इस्पात संयंत्र ने शहर के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन प्रयासों के तहत, संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग द्वारा टाउनशिप के विभिन्न चौकों का जीर्णोद्धार और नवीनीकरण किया जा रहा है। इस पहल से न केवल शहर की सुंदरता में वृद्धि हो रही है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा और आवागमन की सुविधाओं में भी सुधार हो रहा है।
चौकों का नवीनीकरण : वर्तमान में, सेक्टर-4, 5, 8, 9 और 10 तथा जेपी सीमेंट चौक, पंथी चौक का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस नवीनीकरण के तहत, चौक की परिधि और इसके चारों ओर लगे लोहे के रॉड को हटाया गया है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम हो गई है। पंडित रविशंकर शुक्ल चौक, सेक्टर 09, सेक्टर 08 चौक, और जे पी चौक जैसे प्रमुख स्थानों का नवीनीकरण कार्य भी समाप्त हो रहा है। सेक्टर-7 रेल चौक, जो अब तक शहर का एक महत्वपूर्ण केंद्र था, उसका नवीनीकरण कार्य भी चल रहा है। यह कार्य पूर्ण होने पर, न केवल शहर की सुंदरता में चार चाँद लगाएगा, बल्कि यातायात की व्यवस्था को भी अधिक सुव्यवस्थित करेगा। नगर सेवाएं विभाग द्वारा भिलाई इस्पात नगरी के अन्य चौकों और सड़कों के जीर्णोद्धार की परियोजना पर भी काम जारी है।
फ्लाइट ऑफ स्टील स्कल्पचर :भिलाई जिसे इस्पात नगरी के नाम से भी जाना जाता है, अपनी बेहतरीन स्थापत्य कला और इस्पात निर्माण के लिए हमेशा चर्चा में रहता है। हाल ही में, भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य द्वार के पास स्थापित की गई ‘फ्लाइट ऑफ स्टील स्कल्पचर’ का पुनर्निर्माण कार्य पूरी गति से चल रहा है। इसे जयंती स्टेडियम के समीप स्थापित किया जा रहा है। इस स्थान का चयन इस कारण किया गया है क्योंकि यह भिलाई के हृदय स्थल के रूप में पहचान रखता है| श्री जतिन दास, जो कि पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित हैं, ने इस कलाकृति के निर्माण किया है| उनका उद्देश्य था कि यह कृति भिलाई के इस्पात उद्योग की प्रगति और विकास को दर्शाए। इस मूर्तिकला के चारों ओर लगभग 60 मीटर वर्गाकार क्षेत्र में चेनलिंक फेन्सिंग की जा रही है, जिससे यह स्थान और भी आकर्षक बनेगा। ‘फ्लाइट ऑफ स्टील’ कलाकृति का पुनर्निर्माण और अन्य सौंदर्यीकरण कार्य भिलाई को एक नई पहचान देने के साथ-साथ देशवासियों को इस्पात निर्माण के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा भी देगा।
इस्पात क्लबों का नवीनीकरण : भिलाई इस्पात संयंत्र, इस्पात उत्पादन के साथ साथ अपने कर्मचारियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखता है। इस्पात नगरी के सौंदर्यीकरण के लिए इन दिनों कई परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है। इन परियोजनाओं के तहत,सड़कों की मरम्मत एवं चौकों के जीर्णोद्धार सहित पुराने इस्पात क्लबों के रेनोवेशन का कार्य भी किया जा रहा है। इस्पात क्लबों के रेनोवेशन के कार्य की शुरुआत इस्पात क्लब सेक्टर 7 के नवीनीकरण के साथ किया गया।
सड़क सुरक्षा और उन्नयन कार्य : हाल ही में कई घटनाओं ने कई परिवारों को प्रभावित किया, जिनमें से कुछ ने अपनों को खोया, तो कुछ अनाथ हो गए। इन घटनाओं के लिए राज्य शासन और भिलाई इस्पात संयंत्र सड़क सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सजग और प्रतिबद्ध हैं। इस दिशा में विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे टूटे हुए डिवाइडरों की मरम्मत, मुख्य सड़कों की रिकारपेटिंग, ट्रैफिक सिग्नल और उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाने का काम। भिलाई इस्पात संयंत्र ने सड़क सुरक्षा के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रदान की है। इस दिशा में चौतरफा प्रयास किए जा रहे हैं कि इस्पात नगरी में प्राणघातक दुर्घटना न हो। नगर सेवाएं विभाग द्वारा सड़कों की मरम्मत, बेहतर ट्रैफिक नियंत्रण और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए नवीनतम तकनीकियों का उपयोग किया जा रहा है। बस स्टॉप का रंग-रोगन, सड़कों में रिकारपेटिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस कदम से न केवल भिलाई बल्कि पूरे दुर्ग जिले में सड़क सुरक्षा के स्तर में सुधार होगा। इस योजना में सहयोग करने हेतु पुलिस प्रशासन ने भिलाई इस्पात संयंत्र से सहयोग की अपेक्षा की थी। इसे ध्यान में रखते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग की ओर से उपरोक्त राशि का चेक प्रदान किया गया।
आवारा मवेशियों की समस्या और नगर सेवाएँ विभाग का प्रयास: आवारा मवेशियों पर नियंत्रण और यातायात को सुगम बनाने का भी प्रयास किया गया। खासकर बारिश के मौसम में आवारा मवेशियों का सड़क पर आना और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाना, एक गंभीर चिंता का विषय बन गया था।
स्वच्छता ही सेवा-2024″ अभियान: नगर सेवाएँ विभाग द्वारा टाउनशिप में एक और महत्वपूर्ण अभियान चलाया गया, जिसका नाम है “स्वच्छता ही सेवा-2024″। इस अभियान के तहत, टाउनशिप को साफ-सुथरा रखने के लिए कई कार्यों को प्राथमिकता दी गई। विशेष रूप से सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता को बढ़ावा देना, कचरे का निस्तारण और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए गए। स्वच्छता अभियान ने न केवल टाउनशिप की सुंदरता को बढ़ाया, बल्कि लोगों को जागरूक भी किया कि साफ-सफाई के प्रति जिम्मेदार नागरिकता निभाना कितनी जरूरी है। नगर सेवाएँ विभाग का उद्देश्य है कि टाउनशिप और संयंत्र के निवासी स्वस्थ, सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में रह सकें। सभी प्रमुख सड़कों और बाजारों की नियमित रूप से साफ-सफाई की जाती है और डोर-टू-डोर कचरा (गारबेज) का संग्रहण किया जाता है। संग्रहित कचरे की एसएलआरएम सेंटर में छटाई और कचरे से खाद निर्माण किया जाता है।
इन परियोजनाओं से भिलाई इस्पात संयंत्र की टाउनशिप न केवल सुंदर, बल्कि सुरक्षित और व्यवस्थित भी होगी। भिलाई इस्पात संयंत्र शहर के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और आने वाले समय में इसके परिणामस्वरूप भिलाई एक मॉडल शहर बनकर उभरेगा।