Home छत्तीसगढ़ एनएसयूआई व भाजयुमों के नेताओं ने सीएसपी को सौंपा ज्ञापन

एनएसयूआई व भाजयुमों के नेताओं ने सीएसपी को सौंपा ज्ञापन

239
0
Spread the love

जिला अस्पताल परिसर में हुई मारपीट के मामले ने पकड़ा तूल, एनएसयूआई व
भाजयुमों के नेताओं ने सीएसपी को सौंपा ज्ञापन
एनएसयूआई ने डॉक्टर चंद्राकर पर एफआईआर करने रखी मांग, भाजयुमों नेगृहमंत्री का पुतला फूंकने की दी धमकी
दुर्ग। जिला चिकित्सालय परिसर के पार्किंग कर्मचारियों द्वारा रोके जानेव बाईक की रफ्तार तेज रखने व अस्पताल के अंदर ले जाकर खड़ी करने के मामले में भाजयुमों व एनएसयूआई के कार्यकत्र्ताओं ने आज नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला को उनके कार्यालय में पहुंचकर उन्हे दोनों पक्षों के इसमामले की निष्पक्ष जांच कराने की बात कही। सीएसपी श्री शुक्ला ने आश्वस्त किया कि दोनों पक्षों द्वारा दिए गए ज्ञापन की पुलिस निष्पक्षता से जांच कर रही है। अपराधी किसी भी दल का हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस लगातार रेड कार्यवाही कर रही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार एनएसयूआई के दुर्ग जिला अध्यक्ष हितेश सिन्हा के नेतृत्व में एनएसयूआई कार्यकत्र्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापनसौंपते हुए कहा कि जिला अस्पताल परिसर में हुई घटना के लिए संपूर्ण रुप से डॉक्टर जंयत चंद्राकर ही जिम्मेदार है। उसके खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज करें। साथ ही एनएसयूआई के कार्यकत्र्ताओं के विरुद्ध जो भी एफआईआर पुलिस ने दर्ज किए है उसमें कई बेगुनाहों को जेल की सलाखों के पीछे डाला गया है। उसकी पुलिस निष्पक्षता से जांच करें। साथ ही सीसीटीवी कैमरे को भी खंगालकर दूध का दूध व पानी का पानी की जांच कर पुलिस सारी स्थिति स्पष्ट कर लें।भाजपा के लोग सोशल साईट से लेकर पुलिस प्रशासन पर दबाव बना रहे हैऔरएनएसयूआई के कार्यकत्र्ताओं को टारगेट कर रहे है, जो कि सरासर गलत है।सोनू साव व अमन दुबे द्वारा किसी भी तरह की मारपीट नहीं की गई है। वेबीच-बचाव कर रहे थे। इन्होने किसी को धमकाया तक नहीं है। सोनू साव की छवि को पूरा शहर जानता है। सोनू साव व एनएसयूआई कार्यकत्र्ता ब्लड डोनेट एवंजरुरतमंद मरीजों के लिए अक्सर जिला अस्पताल आते थे। सोनू साव 19 नवंबर को ब्लड डोनेट के लिए वहां पहुंचे थे जहां पहले से विवाद हो रहा था। पूर्व में भी एनएसयूआई के कार्यकत्र्ताओं द्वारा सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत की गई थी। जिसकों लेकर अस्पताल के सीएस
बालमुकुंद देवांगन द्वारा देख लेने व झूठे केस में फंसा देने की बात कही गई थी। श्री सिन्हा ने कहा कि एनएसयूआई लगातार शिकायतें करते रही है। इसीलिए हमारे कार्यकत्र्ताओं को झूठा फंसाया जा रहा है। डॉक्टरों द्वारा अपने निजी स्वार्थ के लिए मरीजों को प्रायवेट अस्पतालों में ले जाने बाध्य किया जाता है। डिलीवरी के मामले में नाजुक स्थिति का हवाला देकर
प्रसूता को निजी अस्पतालों का पता बताकर वहां ले जाने के लिए दबाव बनायाजाता है। उन्होने आगे बताया कि पुलिस ने जिन एनएसयूआई कार्यकत्र्ताओं कोपकड़ा है उसमें राहुल यादव, ओमप्रकाश साहू, योगेश साहू घटना स्थल पर
मौजूद ही नहीं थे। उन्हे पुलिस ने जेल में डाल दिया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर से भेंटकर इस मामले की निष्पक्षता से जांच कराने की मांग एनएसयूआई रखेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में विनिश साहू, अमित जैन,
हरीश देवांगन, अभय दुबे सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकत्र्तामौजूद थे।
वहीं दूसरी ओर भाजयुमों जिला अध्यक्ष दिनेश देवांगन ने अपना ज्ञापनसौंपते हुए कहा कि प्रशिक्षु डॉक्टर अजय जयंत चंद्राकर के साथ कांग्रेसके छात्र संघ अध्यक्ष सोनू साव एवं उनके साथियों द्वारा की गई मारपीटकरने वाले कार्यकत्र्ताओं पर कड़ी कार्यवाही की जाए। पूर्व में भी भाजयुमों के द्वारा शिकायत की गई थी। लेकिन उस पर भी कार्यवाही नहीं हुई।
विजय दशमी के दिन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पटेल चौक पर खुलेआम पुतला जलाकर जनभावनाओं को ठेस पहुंचाया गया था। जिस पर आज तक कार्यवाही नहीं हुई। एनएसयूआई कार्यकत्र्ता चंदखुरी में एक युवक से मारपीट किए। उस पर भी कार्यवाही नहीं हुई। राज्य के कांग्रेस सरकार अपने कार्यकत्र्ताओं को संरक्षण दे रही है। लोग गुंडागर्दी पर उतारु है। सभी फरार आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करें, अन्यथा भाजयुमों इसका पूरजोर विरोध करेगी। साथ ही रविवार को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का पुतला जलाएंगी। ज्ञापन सौंपने वालों में राहुल पंडित, नितेश साहू, नितेश बाफना,
विपिन चावड़ा, देवेन्द्र टंडन, दुष्यंत साहू, गौरव शर्मा, राजा महोबियासहित बड़ी संख्या में भाजयुमों के लोग मौजूद थे।


Spread the love